हस्तमैथुन क्या है, सही या गलत ?

 हस्तमैथुन सही है या फिर गलत है :







masturbation sahi ya galat, masturbation ke karan


हस्तमैथुन क्या है और क्यों करते हैं :

हस्तमैथुन मनुष्य शरीर की एक क्रिया है। जब सेक्स हार्मोंस क्रियाशील हो जाते हैं तब इंसान को हस्तमैथुन करने का मन करने लगता है। यह तभ होता है जब इंसान किसी दूसरे सेक्स वाले इंसान को देख कर आकर्षित होता है। या फिर दिमाग में कुछ कामुक विचार सोचता है। अपने हाथ से खुद के सेक्स पार्ट्स को क्रिया करवाने को हस्तमैथुन कहते हैं। हस्तमैथुन ग़लत नहीं है अगर इसे एक सीमा के अंदर किया जाता है। लेकिन अगर इसको एक सीमा से अधिक बार किया जाए तो यह नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है, ज्यादातर होता ही है। अब इसकी सीमा हर शरीर के हिसाब से होती है। एक रिसर्च के मुताबिक हफ्ते में दो बार हस्तमैथुन ठीक रहता है। एक और रिसर्च के अनुसार हस्तमैथुन हफ्ते में एक बार ही करना बहुत ही अच्छा रहता है। क्यों कि इस से शरीर में ताकत रहती है। जब शुक्राणु बाहर निकल जाता है तब हमारा शरीर नया शुक्राणु पैदा करने में मेहनत लगाता है। अगर हस्तमैथुन ज्यादा किया जाए तो शरीर सिर्फ शुक्राणु को पूरा करने में लगा रहता है और बाकी की शारीरिक गतिविधियों को ठीक से नहीं कर पाता, जिस से शरीर खराब होने लगता है और कमजोर हो जाता है। हफ्ते में एक बार हस्तमैथुन बिल्कुल सही रहता है। 

ज्यादा बढ़ चुकी हस्तमैथुन की आदत से कैसे बचें :

अगर हस्तमैथुन की लत लग जाए तो यह बहुत हानिकारक है। इसको एकदम रोकना मुश्किल हो जाता है। इसको रोकने के उपाय निम्न लिखे अनुसार हैं :

1: सबसे पहले हर रोज़ दिमाग में ये बोलना होगा कि मेरा दिमाग शांत है। मैं बहुत अच्छा सोच सकता हूँ और सोचता भी हूँ। एसा करने से आपकी दिमाग सच में सही और कुशल सोच सोचना शुरू कर देगी, लेकिन इसको हर रोज़ करना होगा। धीरे धीरे यह लाभदायक होगा। 

2: अपने मोबाइल फोन में अच्छे विचारों वाली चीज़ें सर्च करना शुरू करना होगा। जितनी भी बुरी बातें हैं वो खुद यूट्यूब या कोई और वेबसाइट खोलते ही सामने आ जाएंगी। उस सब को अंदर ही अंदर बोलना होगा कि ये सब बकवास है और फिर कुछ अच्छा सर्च करके सुनना शुरू करना बहुत जरूरी है। लगातार ऐसे करने से दिमाग खुद कामुक चीजों से भागने लगेगा। 

3: हर रोज एक घंटे के लिए कसरत करना शुरू कर दीजिए, जो कि इस आदत को खत्म करने के लिए सबसे गुणकारी है। 

4: रात को सोने से पहले पांच मिनट के लिए खुद को ये कहें कि मैं बिल्कुल शांत दिमाग का हूँ। मैं कुछ भी कर सकता हूँ और मेरी बुरी आदतों से मैं बहुत ज्यादा बड़ा हूँ। यह सब मेरे सामने कुछ भी नहीं। मेरा दिमाग शांत है। 

5: साफ सुथरा और सही खाना खाना चाहिए। क्यों कि गलत खाने से पेट खराब होगा और पेट खराब होने का सबसे पहले बुरा असर दिमाग पे होता है। जिसके कारण दिमाग अशांति महसूस करने लग जाता है। जिससे गलत विचार शुरू हो जाते हैं। 

6: सारा खेल विचारों का है। जैसे शारीर को अगर अच्छा खिलाओ गे और मेहनत करोगे तो शारीर अच्छा होगा, वैसे ही दिमाग की खुराक विचार है। अच्छा विचार दिमाग को तंदरुस्त बनाएगा। यह बुरी आदत खत्म करने के लिए लिए जरुरी है। 

धन्यवाद। 

और जानकारी के लिए हमारे इस ब्लॉग को subscribe कर लीजिए। ध्यान रखें और खुश रहें। 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ